Edited By kahkasha, Updated: 26 Aug, 2025 04:34 PM

गोरखपुर में पूर्व विधायक की प्रतिमा हटाने का विरोध बढ़ता जा रहा है। सैंथवार समाज ने जोरदार प्रदर्शन कर प्रशासन से प्रतिमा बनाए रखने की मांग की। जानें पूरी खबर।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। उत्तर प्रेदश के गोरखपुर में पहली बार 161 मल्ल सैंथवार एक साथ गिरफ्तार और सभी को 5 घंटे में ही रिहा कर दिया गयाl इस विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए राज्य प्रशासन को कड़ी मश्कत करनी पड़ी है l गंगा सिंह सैंथवार के नेतृत्व में बुलाए गए लोगों ने जमकर विरोध किया, इस विरोध प्रदर्शन में समाज के सैकड़ों लोग एकत्रित होकर पहुंचेl
प्रतिमा को बचाने के लिए हुआ विरोध प्रदर्शन
यह विरोध प्रदर्शन केदार सिंह के 5000 स्क्वायर फीट में लगी प्रतिमा को बचाने के लिए किया जा रहा था l यह एक सांकेतिक विरोध प्रदर्शन था l किसी भी प्रकार के आवाजाही को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया l प्रशासन ने रातों रात कई नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लियाl धरना स्थल पर आए लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार कई दशकों से बनाए गए पूर्व विधायक स्वर्गीय केदार सिंह जी की प्रतिमा के लिए समर्पित भूमि को वापस देने के बजाय जालान का सपोर्ट कर रही हैl
सैथवार समाज के लिए मसीहा थे स्वर्गीय केदार सिंह
स्वर्गीय केदार सिंह 2 बार के विधायक थेl इनकी पहचान सैथवार समाज के मसीहा के रूप में थी l यहां उपस्थित लोगों ने बताया कि स्वर्गीय केदार सिंह जी का गोलघर स्थित बंगला नंबर 4 , 99 साल के लीज पर था अब ओम जालान के द्वारा इस पट्टे को निरस्त कराकर इसकी रजिस्ट्री कराई जा रही जिससे सैंथवार और मल्ल समाज आक्रोशित है l
2027 के चुनाव में होगा हल्ला बोल
सैथवार मल्ल महासभा, के राष्ट्रीय अध्यक्ष गंगा सिंह ने बताया कि सैथवार मल्ल समाज बीजेपी को 100% वोट करता हैl सैंथवार मल्ल समाज की 7 जिलों और 32 विधान सभाओं में काफी अच्छी तादात है, अगर सरकार सैथवार मल्ल समाज की मांग को नहीं मानती है तो इसका खामियाजा 2027 के विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगाl
महासभा के उपाध्यक्ष अजय मल्ल ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किए जाने वाले इस मीटिंग को प्रशासन बर्बरता पूर्वक दबा रही है l सबसे खूबसूरत बात यह थी कि इस विरोध प्रदर्शन में महिलाओं की एक अच्छी खासी संख्या देखी गई, साथ ही इस विरोध में मुख्य रूप से कृष्णभान सिंह सैंथवार, अजय मल्ल , अखिलेश मल्ल, स्वदेश मल्ल आदि उपस्थित रहे l समाज के लोगों ने बताया कि अगर सरकार नहीं मानती है तो आंदोलन को और तीव्र किया जाएगाl