Edited By kahkasha, Updated: 25 Aug, 2025 06:16 PM

भारतीय होम्योपैथी की गौरव यात्रा को नया मुकाम देते हुए बर्नेट होम्योपैथी ने गोवा में एविडेंस-बेस्ड रिसर्च समिट 2025 का भव्य आयोजन किया।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारतीय होम्योपैथी की गौरव यात्रा को नया मुकाम देते हुए बर्नेट होम्योपैथी ने गोवा में एविडेंस-बेस्ड रिसर्च समिट 2025 का भव्य आयोजन किया। इस समिट ने न केवल चिकित्सा जगत बल्कि वैश्विक मंच पर भी भारतीय परंपरा और आधुनिक विज्ञान के संगम की गूंज पहुंचाई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के संदेश से हुआ। उन्होंने कहा कि भारत वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों का केंद्र रहा है और अब समय आ गया है कि इन पद्धतियों को शोध और प्रमाण के साथ विश्व मंच पर स्थापित किया जाए।
समिट में सांसदों, केंद्रीय मंत्रियों और चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ खेल जगत के महानायक सुनील गावस्कर और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ब्रेट ली भी शामिल हुए। फिल्म जगत की हस्तियों और अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी इसमें भाग लेकर आयोजन को ऐतिहासिक बनाया।
इस सम्मेलन का केंद्रीय विषय “होम्योपैथिक गौरव यात्रा” रहा। 30 से अधिक शोध प्रस्तुतियों में नैदानिक आंकड़े, केस स्टडीज़ और मेटा-विश्लेषण शामिल किए गए, जिनसे यह सिद्ध हुआ कि बच्चों के रोग, मानसिक स्वास्थ्य और पुरानी बीमारियों के उपचार में होम्योपैथी की प्रभावशीलता स्पष्ट है।
बर्नेट होम्योपैथी के संस्थापक और चेयरमैन डॉ. नितीश चंद्र दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि यह समिट भारतीय होम्योपैथी के पुनर्जागरण का प्रारंभ है। परंपरा को विज्ञान से जोड़कर विश्व मंच पर एक नए युग की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने इसे केवल सम्मेलन नहीं बल्कि एक क्रांति करार दिया।
कार्यक्रम में यूरोप और अमेरिका की कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के साथ संयुक्त शोध, तकनीकी निदान और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की घोषणाएं की गईं। सबसे बड़ी घोषणा यह रही कि अगला एविडेंस-बेस्ड रिसर्च समिट ब्रिटेन की संसद में आयोजित होगा, जो भारतीय होम्योपैथी की वैश्विक प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जा रहा है।
इस आयोजन में पाँच हजार से अधिक प्रतिभागियों और सैकड़ों मीडिया प्रतिनिधियों की मौजूदगी रही। सोशल मीडिया पर #HomeopathySummit2025 शीर्ष पर ट्रेंड करता रहा और महज 24 घंटे में ही एक करोड़ से अधिक लोगों तक पहुँचा।
गोवा की इस ऐतिहासिक पहल ने साबित कर दिया कि डॉ. नितीश दुबे और बर्नेट होम्योपैथी ने भारतीय होम्योपैथी को नई दिशा और वैश्विक पहचान देने की ठोस शुरुआत कर दी है।