Edited By Deepender Thakur, Updated: 19 Jun, 2024 05:55 PM
आर्थिक कठिनाइयां न केवल एक व्यक्ति बल्कि पूरे परिवार के लिए मुश्किल का कारण बन सकती हैं। कानूनी नोटिस, बैंक या लोन कंपनी का लगातार वसूली के लिए प्रयास करना और मुकदमों के कारण पूरे परिवार में एक तनाव पैदा होता है। लीगलपे ने इस बात को समझा कि उधारदाता...
नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी लीगल फाइनेंस कंपनी कर रही हैं उन लोगों की मदद जो रिकवरी एजेंट से परेशान हैं और बैंक जिनके ऊपर केस कर रही हैं। बिज़नेस लिटिगेशन के लिए जानी जाने वाली भारतीय लिटिगेशन फाइनेंस कंपनी लीगलपे, अपने कंस्यूमर साइड लॉ सूट प्रोग्राम का शुभारंभ करने की घोषणा कर चुकी है। इस नई पहल की शुरुआत उपभोक्ताओं के लिए की गई है जो कर्ज़ वसूली और वसूली के मुकदमों का सामना कर रहे हैं। इसके पहले भी कर्ज़ वसूली पर केंद्रित एक सफल अभियान के तहत लीगल पे सभी कानूनी जोखिमों के अंतर्गत 100000 से अधिक ग्राहकों के लिए उनकी समस्याओं का समाधान कर चुकी है और अब अपनी इस एक्स्पर्टीज़ के द्वारा कंपनी उन उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है जो भारी ऋण में फंसे हुए हैं।
लीगल पे का मिशन
आर्थिक कठिनाइयां न केवल एक व्यक्ति बल्कि पूरे परिवार के लिए मुश्किल का कारण बन सकती हैं। कानूनी नोटिस, बैंक या लोन कंपनी का लगातार वसूली के लिए प्रयास करना और मुकदमों के कारण पूरे परिवार में एक तनाव पैदा होता है। लीगलपे ने इस बात को समझा कि उधारदाता अक्सर देनदार की व्यक्तिगत परिस्थितियों के बारे में सोचे बिना उनसे ऋण वसूली का प्रयास करते हैं और ऐसी परिस्थितियों में देनदार खुद को बिल्कुल असहाय महसूस करते हैं।
लीगलपे की नई सेवा लोन पेमेंट्स, फर्जी क्रेडिट कार्ड दावों, डिफ़ॉल्ट लोन आदि सहित सभी ऋण-संबंधी चुनौतियों पर उपभोक्ताओं को मदद करती है। कंपनी का मिशन कठिन से कठिन समय में उपभोक्ताओं के साथ उनका सहारा बनकर खड़े रहना है।
कंपनी के संस्थापक कुंदन शाही ने कहा कि "लीगलपे के माध्यम से लोन संबंधी समस्याओं के पहलुओं को के बदल रहे हैं, हमारी टीम उपभोक्ताओं की ओर से एक अनुकूल समाधान के लिए उधारदाताओं से सीधा संपर्क करती है।
कंपनी का दृष्टिकोण
लीगलपे ने बताया कि, वो ग्राहक की स्थिति को समझते हैं, समाधान के बारे में सोचते हैं। उनका मानना है कि ग्राहक के पहलू को समझा जाए और उसका समाधान किया जाए लीगलपे कानूनी नोटिसों के लिए ऐसे सार्थक जवाब तैयार करती है जिससे यह सुनिश्चित हो कि उपभोक्ताओं के विचारों को भी सुना जाए, कंपनी ग्राहकों को अनुकूल समाधान के उद्देश्य से मजबूत बचाव रणनीतियों के साथ लीगल मार्गदर्शन भी प्रदान करवाती है। यह कंपनी उपभोक्ताओं और रिकवेरी एजेंट के बीच एक निष्पक्ष बातचीत के माध्यम से उन्हें समाधान प्रदान करती है यह कंपनी वसूली एजेंट के साथ बातचीत करके इस बात को भी सुनिश्चित करती है की सभी प्रकार के संचार सम्मानजनक तरीके से किए जाएं।
कंपनी के संस्थापक कुंदन शाही ने बताया कि क्या है लीगलपे का विजन
कुंदन शाही ने कहा कि "बहुत लंबे समय से ऐसा देखा गया है कि बैंक और फिनटेक, के लिए केस करना, ज्यादा आसान होता है क्योंकि उनके पास संसाधन होते हैं, एक कानूनी टीम होती है, जिसका फ़ायदा उनको मिलता है। ग्राहक का पक्ष थोड़ा कम सुना जाता है, हम इस अंतर को काम करना चाहते हैं. हम एक्सपर्ट कानूनी सहायता प्रदान करके भारी ऋण का सामना करने वाले सभी लोगों के लिए इस पूरी प्रक्रिया को आसान बनाने का प्रयास कर रहे हैं।"
यदि आप किसी प्रकार के ऋण , वसूली से जूझ रहे हैं तो लीगलपे ऐसे में आपका एक मज़बूत साथी है, जो आपके अधिकारों की रक्षा करने के लिए और एक उचित समाधान हासिल करने के लिए आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है।
जानिए क्या है लीगलपे
भारत की प्रमुख लिटिगेशन फाइनेंस कंपनी लीगल पे 2021 से कानूनी फाइनेंस सॉल्यूशन प्रदान करके कानूनी परिदृश्य को एक नया आकार दे रही है और अब तक इस कंपनी ने कुल 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर क्लेम कर लिए हैं। भारत की सबसे बड़ी लिटिगेशन फाइनेंस कंपनी के रूप में इसका लक्ष्य ट्रांसपेरेंसी, इनोवेशन और क्लाइंट फोकस के माध्यम से एक लाख मामलों का समाधान प्रदान करना है, और साथ ही INR 50,000 करोड़ के दावों को संभालना भी। लीगल पे ऑनलाइन विवाद समाधान सुनिश्चित करने के लिए भारत विवाद समाधान (BDR) प्लेटफार्म का बीड़ा भी उठाती है।