Edited By Diksha Raghuwanshi, Updated: 11 Jun, 2025 06:21 PM
यह स्पष्ट करता है कि सौंदर्य भी एक ऐसी सकारात्मक शक्ति बन सकती है, जो हर जगह और हर किसी के जीवन में बदलाव ला सकती है।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। वर्ष 2006 से यह मशहूर ब्रिटिश मूल का नैतिकता आधारित ब्यूटी ब्रांड सार्थक एक्शन, साफ-सुथरे ब्यूटी प्रोडक्ट्स और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देता आ रहा है। इसने यह साबित किया है कि एथिकल ब्यूटी सिर्फ रोज़मर्रा के रूटीन को नहीं, बल्कि ज़िंदगियों को भी बदल सकती है।
द बॉडी शॉप भारत में अपने 19 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इस मौके पर ब्रांड ने लोगों, प्रकृति और समाज के प्रति अपने प्यार और जिम्मेदारी को अपने कारोबार के केंद्र में बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
इस साल, द बॉडी शॉप ने कई पहल कीं, जिनसे समाज और पर्यावरण पर सकारात्मक असर पड़ा। इन्हीं में एक है— कचरा इकट्ठा करने वाले साथियों के लिए 19 इलेक्ट्रिक ट्राइसाइकिल दान करना, ताकि उनकी रोजमर्रा की ज़िंदगी में सम्मान, बेहतर रोजगार के मौके और बेहतर आवाजाही सुनिश्चित की जा सके।
अपने फ्लैगशिप फेस्टिव’24 कैंपेन 'स्पार्क ए चेंज 2.0' के तहत द बॉडी शॉप ने प्लास्टिक्स फॉर चेंज के साथ मिलकर यह काम किया है। इस साझेदारी को 5 साल पूरे हो चुके हैं। इस दौरान 2,330 मीट्रिक टन से अधिक प्लास्टिक कचरे का निपटान किया गया है, 4.4 मिलियन किलो से ज्यादा CO₂ उत्सर्जन रोका गया है और 2,000 से अधिक कचरा जुटाने वाले लोगों को सम्मानजनक आजीविका के मौके दिए गए हैं।
भारतभर के ग्राहकों के सहयोग से यह डोनेशन ड्राइव 31 मार्च 2025 को पूरी हुई। इस धनराशि से 19 इलेक्ट्रिक ट्राइसाइकिलें खरीदी गईं। ये ऐसे वाहन हैं जो कचरा इकट्ठा करने वालों को लंबी दूरी तय करने, भारी भार ले जाने और उनकी मासिक कमाई बढ़ाने में मदद करते हैं।
द बॉडी शॉप इंडिया की क्वेस्ट रिटेल की एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन श्रीति मल्होत्रा ने कहा, 'भारत में द बॉडी शॉप के 19 साल पूरे होने का जश्न मनाते हुए हमें इस सफर पर गर्व है। हमारा लक्ष्य हमेशा नैतिकता आधारित सौंदर्य, सामुदायिक व्यापार और उद्देश्य आधारित एक्शन को बढ़ावा देना रहा है। हमारी तमाम मुहिमों से लेकर जमीनी असर तक, हमारा मकसद हमेशा सकारात्मक बदलाव लाना रहा है।
प्लास्टिक्स फॉर चेंज जैसे साझेदारों के साथ हमारा सहयोग इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि हमारे जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड किस तरह कचरा इकट्ठा करने वालों को सशक्त बना सकते हैं, प्लास्टिक प्रदूषण से लड़ सकते हैं और पूरे समाज के विकास में योगदान कर सकते हैं।
यह उपलब्धि सिर्फ बीते सालों का जश्न नहीं, बल्कि सभी के लिए एक ज्यादा टिकाऊ और समावेशी भविष्य रचने की हमारी नई प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है।"
प्लास्टिक्स फॉर चेंज के संस्थापक और सीईओ एंड्रयू अल्मैक ने इस मौके पर आभार जताते हुए कहा, 'हम इस योगदान के लिए द बॉडी शॉप के बेहद आभारी हैं। इस फंड से हम अनौपचारिक कचरा जुटाने वाले श्रमिकों के लिए 19 ई-ट्राइसाइकिल खरीद रहे हैं। इससे उनकी आय बढ़ेगी और प्लास्टिक कचरे को एक संसाधन के रूप में इस्तेमाल कर उनके लिए बेहतर और टिकाऊ आजीविका के नए रास्ते खुलेंगे।
द बॉडी शॉप के साथ हमारी साझेदारी पर्यावरणीय स्थिरता और सामाजिक बदलाव के लिहाज से एक बड़ी उपलब्धि रही है। रिसाइकिल्ड प्लास्टिक के लिए एक फेयर-ट्रेड मार्केट तैयार कर, हमने प्लास्टिक प्रदूषण को कम किया है और हजारों कचरा जुटाने वालों के जीवन में सुधार लाया है। यह सहयोग इस बात का मजबूत उदाहरण है कि उद्देश्य-आधारित कारोबारी मॉडल न सिर्फ वैश्विक जटिल चुनौतियों का हल निकाल सकते हैं, बल्कि हाशिए पर मौजूद समुदायों को भी सशक्त बना सकते हैं।"
समावेशन और सशक्तिकरण के प्रति द बॉडी शॉप इंडिया की प्रतिबद्धता के तहत अब तक 50 से अधिक सामुदायिक कार्यक्रम चलाए जा चुके हैं। इसी के तहत यूथ कलेक्टिव काउंसिल (वाईसीसी) की शुरुआत 2023 में की गई थी, ताकि कॉरपोरेट फैसलों में युवाओं को ज्यादा प्रतिनिधित्व मिले और विविधता को बढ़ावा मिले।